Wednesday, February 3, 2021

विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों ने वन्यजीव अपराधों पर चिंता जताई

 पर्यावरण संरक्षण में शामिल विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों ने हाल ही में एक मीटिंग कर वन्यजीव अपराधों में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कोयम्बटूर के जिला कलेक्टरों और वन विभाग के नीलगिरी और उच्च रैंकिंग अधिकारियों को एक याचिका देने का निर्णय लिया है।


मीटिंग में शामिल विभिन्न गैर-सरकारी संगठन जो पर्यावरण और वन्य जीव संरक्षण चाहते है कि वन विभाग इस क्षेत्र में वन्यजीव अपराधों को रोकने के लिए खुफिया जानकारी जुटाए और वनों में गश्त करे।


पोदानूर में नेचर कंजरवेशन सोसाइटी (Nature Conservation Society’s - NCS) (एनसीएस) कार्यालय द्वारा बुलाई गई बैठक में कोयम्बटूर, नीलगिरी, पोलाची, गोबीचेट्टिपलायम और आसपास के क्षेत्रों के एनजीओ के 30 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने कहा कि मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के मसिनागुड़ी में एक हाथी की हत्या और कोयम्बटूर वन प्रभाग के बोलुवमपट्टी वन रेंज में एक टस्कर के इलेक्ट्रोक्यूशन ने मानव पशु साथ साथ मौजूदगी के बुरे और बर्बर उदाहरण है।


एनसीएस, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया, चिड़ियाघर आउटरीच संगठन, ओसाई, कोयम्बटूर वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट, पर्यावरण संरक्षण समूह, सदाबहार ट्रस्ट, ओंगिल नेचर ट्रस्ट, तमिलनाडु वन्यजीव संगठन, एसओएस, वन्यजीव और प्रकृति संरक्षण ट्रस्ट, पश्चिमी घाट वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट (NCS, WWF-India, Zoo Outreach Organization, Osai, Coimbatore Wildlife Conservation Trust, Environment Conservation Group, Evergreen Trust, Ongil Nature Trust, Tamil Nadu Wildlife Organization, SOS, Wildlife and Nature Conservation Trust, Western Ghats Wildlife Conservation Trust) के वन्य जीवों के हित में कार्य करने वाले प्रतिनिधि, इस बैठक में शामिल हुए।


न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में 130 साल बाद दिखा ध्रुवीय उल्लू

अमेरिका के न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में एक नया मेहमान आया है धुर्वीय भालू (Snowy Owl) जिसे 130 साल बाद देखा गया है यानि कि अब से पहले ये पक्षी 1890 में यहाँ दिखाई दिया था। इस खूबसूरत पक्षी को देखकर सभी लोग हैरत में पड़ गए क्योंकि ये यहाँ नहीं पाया जाता है, जानकारी के मुताबिक यह उल्लू आखिरी बार 1890 में यहां देखा गया था। ध्रुवीय उल्लू  (Snowy Owl) Bubo scandiacus आर्कटिक में सबसे बड़ा शिकारी पक्षी होता है। 

जैसे ही लोगों को इसके बारे में पता चला, सेंट्रल पार्क में इस खूबसूरत पक्षी को देखने के लिए लोगों का तांता लग गया। लोग इसकी वीडियो बना बना कर सोशल मीडिया पर डालने लगे, वायरल वीडियो में यह उल्लू कुछ कौओं के पास देखा जा रहा है, जिसमें यह कौओं से बिना परेशान हुए आराम से पार्क में टहल रहा है। लोग सोशल मीडिया पर इसकी  तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रहे है।

उल्लू की ख़ासियत ये है कि ये अपनी गर्दन को किसी भी दिशा में 270 डिग्री तक घुमा सकते हैं और जब वे ऐसा करते हैं तो लोगों को अपनी और आकर्षित करते हैं। 

इसके साथ ही इसे देखने आ रहे लोगों की संख्या बढ़ने के साथ अमेरिकन बर्डिंग असोसिएशन (American Birding Association) ने लोगों के लिए कोड ऑफ एथिक्स भी जारी किया गया है कि उल्लू अपने आसपास मौजूद लोगों, उनके दौड़ने-भागने, आवाजों से परेशान हो जाता है। यह दुर्लभ चिड़िया इस नए शहरी माहौल में डरे नहीं या परेशान न हो, इसके लिए लोगों को संभलकर इसके आसपास पेश आना चाहिए। 

Wednesday, January 20, 2021

असम में एक भटके हुए गैंडे को बचाकर चिड़ियाघर ले जाया गया

 काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park and Tiger Reserve)  से भटके हुए एक वयस्क नर गैंडे को आखिर में पकड़ लिया गया और जाँच के लिए असम के राज्य चिड़ियाघर ले जाया गया।



16 जनवरी को कलियाबोर के जाखलबंधा क्षेत्र में पार्क से बाहर निकला कर ये गैंडा गायब हो गया था और 18 जनवरी को, ये गैंडा ब्रह्मपुत्र नदी को पार कर के दिघली, जामुगुरिहाट और सूता की तरफ निकल गया था। हालाँकि गैंडे ने इस दौरान किसी भी नागरकि को कोई नुक्सान नहीं पहुँचाया। 

19 जनवरी को, बमुनिपम में राइनो को सफलतापूर्वक बेहोश कर के गुवाहाटी के चिड़ियाघर में जाँच के लिए पहुंचा दिया गया।

पार्क के निदेशक, पी शिवकुमार ने स्थानीय लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनमें बमुनिपम गाँव, नागांव, बिश्वनाथ और सोनितपुर के नागरिक, स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग, शामिल हैं।

पिछले हफ्ते एक जंगली भैंसा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (केएनपीटीआर) से बाहर निकल गई थी और उसने बिश्वनाथ जिले में दो व्यक्तियों पर हमला कर दिया था, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई थी। जंगली भैंसे को वापस काजीरंगा नेशनल पार्क में ले जाने के दौरान, भैंसे ने कथित तौर पर वन कर्मियों पर हमला कर दिया था, जिस कारण उसको गोली मारनी पड़ी।

Monday, January 18, 2021

डीआरडीओ (DRDO) ने बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को सौंपा।


रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को सोमवार को एक ‘बाइक आधारित’ एम्बुलेंस 'रक्षिता' सौंपी जिसे दूरदराज में रहने वालों को तत्काल मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी। 

यह बाइक एम्बुलेंस भारतीय सुरक्षा बलों और इमरजेंसी स्वास्थ्य प्रदाताओं द्वारा अक्सर उठाई जाने वाली समस्याओं पर काबू पाने में मदद करेगी। क्योंकि बड़ी एम्बुलेंस को हर जगह नहीं ले जाया जा सकता। 

इस बाइक एम्बुलेंस को ‘रक्षिता’ नाम दिया गया है जिसे डीआरडीओ (DRDO) की ‘इनमास’ प्रयोगशाला में विकसित किया है।



रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, “संघर्षरत क्षेत्रों में घायल व्यक्तियों का जीवन बचाने के लिए इसका उपयोग किया जा सकेगा। संकरे रास्तों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वालों के लिए भी यह वाहन बहुत उपयोगी है क्योंकि ऐसी जगहों पर एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकती।” 

डीआरडीओ (DRDO) भारत का सबसे बड़ा अनुसंधान संगठन है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) भारत का एक सरकारी संगठन है जो भारतीय सेना के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट का काम करती है। डीआरडीओ का गठन 1958 में टेक्निकल डेवलपमेंट इस्टेबलिशमेंट और डायरेक्टरेट ऑफ टेक्निकल डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन के डिफेंस साइंस ऑर्गनाइजेशन के साथ विलय के बाद हुआ था। यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत काम करता है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।


डीआरडीओ की देशभर में 52 लैब है जो विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च करती हैं इसमें एयरोनॉटिक्स(Aeronautics), इलेक्ट्रिकल (electrical), लैंड कॉम्बेट, मिसाइल (missile), नेवल सिस्टम (naval system) आदि शामिल हैं। इसमें 5 हजार से ज्यादा वैज्ञानिक काम करते हैं। इसके अलावा 25 हजार अन्य वैज्ञानिक, टेक्निकल और सपोर्टिंग कर्मचारी हैं।

गुजरात के सूरत शहर में फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को ट्रक ने कुचला, 15 की मौत

 गुजरात के सूरत में आज आधी रात फुटपाथ पर सो रहे कुछ लोगों को एक बेकाबू ट्रक ने कुचल दिया। इस हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

सोमवार की रात गुजरात के सूरत शहर में स्थित किम रोड के फुटपाथ पर 18 राजस्थान के रहने वाले मजदूर सो रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक के सामने एक अन्य वाहन आ गया। जिससे ट्रक चालक ने स्टीयिरिंग पर से अपना कण्ट्रोल खो दिया और फुटपाथ के किनारे सो रहे लोगों को पर चढ़ गया। जानकारी के अनुसार, हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है और बाकी अन्य घायल हैं, जिनको पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस का कहना है, 'सभी मृतक मजदूर राजस्थान के रहने वाले हैं। सभी राजस्थान से सूरत मजदूरी करने आए थे। हादसे की जांच की जा रही है।







वेब सीरीज तांडव के विरोध में उतरे बीजेपी के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्रा, अमेजन प्राइम वीडियो को भेजा लीगल नोटिस

ऐक्टर सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया, सुनील ग्रोवर, तिग्मांशु धूलिया जैसे दिग्गज कलाकारों द्वारा अभिनीत अमेज़न प्राइम की चर्चित वेब सीरीज 'तांडव' रिलीज होते ही विवादों में घिर गई है। 

बीजेपी के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर पोस्ट शेयर कर लिखा है,' तांडव (Tandav) वेब सीरीज दलितों का अपमान करने वाली, हिन्दू मुस्लिम हिंसा भड़काने की कोशिश, धार्मिक प्रतीकों के अपमान करने की कोशिश है।' आजकल, अक्सर हिंदू देवी-देवताओं को गलत तरीके से दिखाने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों ने शिकायत की है कि 'तांडव' वेब सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं का उपहास किया गया है। 



उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, सूचना प्रसारण मंत्रालय को ईमेल भेज कर कर 'तांडव' वेब सीरीज पर बैन लगाने की अपील करें। 


इस सीरीज के पहले एपिसोड में में एक्टर जीशान अयूब को एक अजीब से रूप में दिखाया गया है जिसमें उन्हें भगवन शिव जैसा बताया गया है। शिव बने जीशान के डायलॉग्स पर लोगों ने आपत्ति जताई है और लोगों का आरोप है कि इसमें फिल्मकार ने ‘हमें चाहिए आजादी’ के नारे का अपने तरीके से महिमामंडन किया गया है।


सोशल मीडिया पर बीएस वेब सीरीज के कंटेंट पर सेंसर लगाने की मांग भी की गई है। कई यूजर्स ने ऐसे कंटेंट पर रोक लगाने की राय भी दी है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ‘तांडव’ को आईएमबीडी पर 1 रेटिंग देने की अपील की है।



वेव सीरीज में कई अशोभनीय बातों और प्रधानमंत्री के गरिमामय पद को ग्रहण करने वाले व्यक्ति का चित्रण खराब तरीके से करने के मामले में डायरेक्टर अली अब्बास जफर, निर्देशक हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और अमेजन प्राइम की ओरिजनल कंटेन्ट इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित के खिलाफ रविवार देर रात एफआईआर (FIR) लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई गई है। इस मामले में आईपीसी (IPC) की धारा 153-ए, 295, 505 एक बी, 505 टू, 469,आईअी एक्ट 66, 66 एफ, 67 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। 



इस सबके बीच सूचना प्रसारण मंत्रालय ने अमेजन प्राइम वीडियो के अधिकारियों से, सोमवार तक इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है।