Monday, January 18, 2021

डीआरडीओ (DRDO) ने बाइक एम्बुलेंस 'रक्षिता' को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को सौंपा।


रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को सोमवार को एक ‘बाइक आधारित’ एम्बुलेंस 'रक्षिता' सौंपी जिसे दूरदराज में रहने वालों को तत्काल मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी। 

यह बाइक एम्बुलेंस भारतीय सुरक्षा बलों और इमरजेंसी स्वास्थ्य प्रदाताओं द्वारा अक्सर उठाई जाने वाली समस्याओं पर काबू पाने में मदद करेगी। क्योंकि बड़ी एम्बुलेंस को हर जगह नहीं ले जाया जा सकता। 

इस बाइक एम्बुलेंस को ‘रक्षिता’ नाम दिया गया है जिसे डीआरडीओ (DRDO) की ‘इनमास’ प्रयोगशाला में विकसित किया है।



रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, “संघर्षरत क्षेत्रों में घायल व्यक्तियों का जीवन बचाने के लिए इसका उपयोग किया जा सकेगा। संकरे रास्तों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वालों के लिए भी यह वाहन बहुत उपयोगी है क्योंकि ऐसी जगहों पर एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकती।” 

डीआरडीओ (DRDO) भारत का सबसे बड़ा अनुसंधान संगठन है। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) भारत का एक सरकारी संगठन है जो भारतीय सेना के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट का काम करती है। डीआरडीओ का गठन 1958 में टेक्निकल डेवलपमेंट इस्टेबलिशमेंट और डायरेक्टरेट ऑफ टेक्निकल डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन के डिफेंस साइंस ऑर्गनाइजेशन के साथ विलय के बाद हुआ था। यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत काम करता है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।


डीआरडीओ की देशभर में 52 लैब है जो विभिन्न क्षेत्रों में रिसर्च करती हैं इसमें एयरोनॉटिक्स(Aeronautics), इलेक्ट्रिकल (electrical), लैंड कॉम्बेट, मिसाइल (missile), नेवल सिस्टम (naval system) आदि शामिल हैं। इसमें 5 हजार से ज्यादा वैज्ञानिक काम करते हैं। इसके अलावा 25 हजार अन्य वैज्ञानिक, टेक्निकल और सपोर्टिंग कर्मचारी हैं।

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