पर्यावरण संरक्षण में शामिल विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों ने हाल ही में एक मीटिंग कर वन्यजीव अपराधों में अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कोयम्बटूर के जिला कलेक्टरों और वन विभाग के नीलगिरी और उच्च रैंकिंग अधिकारियों को एक याचिका देने का निर्णय लिया है।
मीटिंग में शामिल विभिन्न गैर-सरकारी संगठन जो पर्यावरण और वन्य जीव संरक्षण चाहते है कि वन विभाग इस क्षेत्र में वन्यजीव अपराधों को रोकने के लिए खुफिया जानकारी जुटाए और वनों में गश्त करे।
पोदानूर में नेचर कंजरवेशन सोसाइटी (Nature Conservation Society’s - NCS) (एनसीएस) कार्यालय द्वारा बुलाई गई बैठक में कोयम्बटूर, नीलगिरी, पोलाची, गोबीचेट्टिपलायम और आसपास के क्षेत्रों के एनजीओ के 30 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा कि मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के मसिनागुड़ी में एक हाथी की हत्या और कोयम्बटूर वन प्रभाग के बोलुवमपट्टी वन रेंज में एक टस्कर के इलेक्ट्रोक्यूशन ने मानव पशु साथ साथ मौजूदगी के बुरे और बर्बर उदाहरण है।
एनसीएस, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया, चिड़ियाघर आउटरीच संगठन, ओसाई, कोयम्बटूर वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट, पर्यावरण संरक्षण समूह, सदाबहार ट्रस्ट, ओंगिल नेचर ट्रस्ट, तमिलनाडु वन्यजीव संगठन, एसओएस, वन्यजीव और प्रकृति संरक्षण ट्रस्ट, पश्चिमी घाट वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट (NCS, WWF-India, Zoo Outreach Organization, Osai, Coimbatore Wildlife Conservation Trust, Environment Conservation Group, Evergreen Trust, Ongil Nature Trust, Tamil Nadu Wildlife Organization, SOS, Wildlife and Nature Conservation Trust, Western Ghats Wildlife Conservation Trust) के वन्य जीवों के हित में कार्य करने वाले प्रतिनिधि, इस बैठक में शामिल हुए।